कोरोना से संघर्ष (Struggle with Corona)
कोरोना से संघर्ष
आज इंसान कर रहा कठिन संघर्ष है,
विशेषज्ञों से ले रहा तमाम परामर्श है..
ये कैसी मुश्किल घड़ी आन पड़ी है,
बंद कमरों में ज़िन्दगी गुज़र रही है।
चेहरे पे मास्क है और दिल में डर,
नौकरी की चिंता, मंदी का असर,
किसी को है अपनों से मिलने की आस
किसी को चाहिये खुलेपन का एहसास।
जब प्रकृति के कई नियम टूट रहे थे,
तब भी हम सुनहरे सपने बुन रहे थे..
बेचैनी अब हर दिन क्यों बढ़ रही है,
ईश्वर पर आस्था क्या अब नहीं है?
अब भी हमने अगर गलती न मानी,
तो बह जायेगा सिर के ऊपर से पानी..
करो पालन सभी सरकारी आदेशों का,
बचा लो देश को, मत करो तुम नादानी।
जब उम्मीद दम तोड़ती प्रतीत होती है,
तभी मायूसी ज़िन्दगी में शरीक होती है..
ज़िन्दगी मगर संघर्ष का प्रतीक होती है,
अंधेरे पे हमेशा उजाले की जीत होती है ।।
- समीर उर्फ 'सहर नवाबी'
Comments
Post a Comment