एक नेमत है जिंदगी (Life is a Blessing)
एक नेमत है जिंदगी ये सोचा न था कभी कि ज़िन्दगी ही ज़िन्दगी के मायने समझाएगी.. हर सांस की क़ीमत क्या है कुछ इस तरह से बताएगी। हम भूल ही चुके थे शायद ये शरीर स्वस्थ है, तो साथ है ये सारा जहान.. बाकी सब कुछ बेमानी है धन, पद, रुतबा या मकान। गर हस्पतालों में आज रखो कदम तो दूर हो जाते हैं यारों दिल के सारे भरम.. सब कुछ झेल रहा है सिर्फ़ अपना शरीर हों बड़े मंत्री, अफसर, व्यापारी या फ़क़ीर। इस कोरोना काल में किसी का साथ अगर मिल रहा है तो हैं बड़े अच्छे नसीब.. वरना कुछ तो हालात के कारण और कुछ, बस यूं ही, न आएं करीब। सिर्फ़ खाने में दो रोटी, अपनों का साथ और चेहरे पे गर मुस्कान रहे.. ये उपलब्धि है, सर पे अगर छत है और साथ में, शरीर अगर स्वस्थ है।। -समीर उर्फ़ " सहर नावाबी